राष्‍ट्रीय

‘बाप का पैसा’ वाले बयान पर निर्मला सीतारमण ने स्टालिन पर किया पलटवार

Nirmala Sitharaman hits back at Stalin on statement

सत्य खबर/नई दिल्ली: भारी बारिश के कारण तमिलनाडु के कई इलाके इन दिनों भीषण बाढ़ का सामना कर रहे हैं. राजधानी चेन्नई तक के कई इलाके पानी में डूब गए हैं. इस प्राकृतिक आपदा को लेकर राज्य से लेकर केंद्र तक सियासी पारा चढ़ा हुआ है. राज्य में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी जहां बाढ़ प्रभावित लोगों की उपेक्षा को लेकर स्टालिन सरकार के खिलाफ मुद्दा उठा रही है, वहीं सरकार का नेतृत्व कर रही डीएमके केंद्र पर धन जारी नहीं करने का आरोप लगा रही है।

इस मामले को लेकर दोनों तरफ से तीखे बयान आ रहे हैं. इसी क्रम में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और मंत्री उदयनिधि स्टालिन के एक बयान पर जोरदार पलटवार किया है. सीतारमण ने उन्हें सोच-समझकर बोलने की सलाह दी है. दरअसल, हाल ही में उदयनिधि ने फंड को लेकर केंद्र पर हमला बोला था और कहा था कि ‘हम किसी के बाप का पैसा नहीं मांग रहे हैं, हम सिर्फ तमिलनाडु के लोगों द्वारा दिए गए टैक्स का हिस्सा मांग रहे हैं.’

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सीतारमण ने जोरदार पलटवार किया
तमिलनाडु के सीएम के बेटे के इस बयान पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, जब वह मंत्री हैं तो उन्हें जिम्मेदारी से बोलना चाहिए. वह पिता के पैसों के बारे में पूछ रहा है. क्या वह सत्ता का आनंद लेने के लिए अपने पिता की संपत्ति का उपयोग कर रहे हैं? क्या मैं ऐसा कुछ पूछ सकता हूँ? उन्हें जनता ने चुना है तो क्या इसके लिए हम उनका सम्मान नहीं कर रहे? पिता और मां को राजनीति में घसीटना उचित नहीं है.

आगे केंद्रीय वित्त मंत्री ने सलाह दी कि अगर उदयनिधि एक राजनेता के तौर पर आगे बढ़ना चाहते हैं तो उन्हें अपनी जुबान पर ध्यान देना चाहिए. उन्हें ऐसे शब्दों का चयन करना चाहिए जिनमें गरिमा हो और जो उनके पद के अनुरूप हों। केंद्र ने हाल ही में बारिश से हुए नुकसान की भरपाई के लिए तमिलनाडु सरकार को 900 करोड़ रुपये वितरित किए। सीतारमण ने कहा, मैं यह नहीं कह रही कि यह मेरे पिता का पैसा है या उनके पिता का पैसा है।

तमिलनाडु बारिश और बाढ़ से बेहाल
मानसून की विदाई के साथ ही देश से बारिश का मौसम चला गया है और कड़ाके की सर्दी शुरू हो गई है. लेकिन इन दिनों तमिलनाडु में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. खासकर राज्य के दक्षिणी जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. भारी बारिश के कारण थूथुकुडी, तिरुनेलवेली, तेनकासी और कन्याकुमारी जिलों में बाढ़ आ गई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. इन जिलों में रहने वाले लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. अब तक 10 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है. 20 हजार से ज्यादा लोग अभी भी फंसे हुए हैं.

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बारिश और बाढ़ से अब तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. किसानों की फसलें और मवेशी बाढ़ के पानी में बह गये. 17 हजार से ज्यादा लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है. राज्य सरकार की कुप्रबंधन को लेकर प्रभावित लोगों में भारी आक्रोश है. तमिलनाडु बीजेपी चीफ अन्नामलाई ने हाल ही में सीएम एमके स्टालिन के दिल्ली दौरे पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि जब राज्य की जनता परेशान है तो वह दिल्ली में विपक्षी नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं.

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